बहुत दिनों के बाद...
हमारे गाँव में कभी दादी बताती थी ----
उनकी सास ने कब उन्हे दुलराया --
उनके उपर कब उबलती दाल की बटोली..
उड़ेल दी थी ..
मैने इसे तब की सास की अज्ञान प्रभुता
समझा था ....
और आज जब वह रोई तो ----
मुझे याद आया ----
मेरी दादी की सास तो अब भी जिन्दा है ..