आज क्रांति की इस बेला मे ए जन मन तुम मत सो जाना
भ्रष्ट तन्त्र के आगे अब कोई भी मत झुक जाना
आज अगर तुम सो जाओगे
कुछ भी नहीं बचा पाओगे
आज यही बिनती करता हूँ देश को फिर से तुमहे बचाना
. आज क्रांति की इस बेला मे ए जन मन तुम मत सो जाना
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