पुलकित मन से अभिनंदन है
रोम रोम में अब क्रन्दन है
जन गन मन सारे विस्मित हैं
सापों के फन पर चन्दन है.
लाल चौक पर फहर न पाए
सबके प्यारे ध्वजा तिरंगे !
आतंकी क्या विजित रहेंगे
बतलाऊ तुम मुझे TIRNGEY
रोम रोम में अब क्रन्दन है
जन गन मन सारे विस्मित हैं
सापों के फन पर चन्दन है.
लाल चौक पर फहर न पाए
सबके प्यारे ध्वजा तिरंगे !
आतंकी क्या विजित रहेंगे
बतलाऊ तुम मुझे TIRNGEY
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